Sunday 3 July 2016

मेरा यार.....

ये रात अभी भी बाक़ी है
ये चाँद भी आधा आधा है 
ये इश्क़ तेरा क्या थोड़ा है
या शायद ज़्यादा ज़्यादा है

तुम हाथ पकड़ के कहते हो
दिल की धड़कन क्यूँ तेज़ है 
मैंने भी दिल को थाम लिया
कैसा मेरा रंगेरेज़ है

आधी रातें और एक झलक 
ये कैसी सज़ा पायी है 
दीदार के सदके मैं जावा
मेरा यार दूध मलाई है!

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