Whatever comes to mind!
Friday 27 May 2016
मोहब्बत
तुम्हारी यादों को शब्दों में क़ैद कर लिया है
जानते हैं एक दिन भूल ही जाएँगे तुम्हें
तब यही शब्द पढ़ेंगे एक मुस्कुराहट के साथ
की हमने भी किसीसे ऐसी पागल सी मोहब्बत की थी।।
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